... 600 से अधिक सरकारी बाबू गिरफ्तार,मांगों को लेकर सीएम के सामने नारेबाजी करना पड़ा महंगा,दमन का आरोप.

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600 से अधिक सरकारी बाबू गिरफ्तार,मांगों को लेकर सीएम के सामने नारेबाजी करना पड़ा महंगा,दमन का आरोप.


भानुप्रतापपुर(पत्रवार्ता.कॉम)भानुप्रतापपुर में मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करना लिपिको को भारी पड़ गया। पुलिस ने लिपिक नेता चन्द्रिका सिंह, रोहित तिवारी समेत 600 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। लिपिकों ने मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दमन का आरोप लगाया है।

दरअसल छत्तीसगढ़ शासकीय तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के नेता 7 सितम्बर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस बीच संघ ने सरकार से कई मुलाकातें भी की, लेकिन वार्ता विफल रही। शनिवार को जब मुख्यमंत्री एक बार फिर विकास यात्रा में निकले और भानुप्रतापपुर पहुँचे। इस दौरान लिपिकों ने वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। इसके पहले लिपिक नेताओं ने सांसद विक्रम उसेंडी के माध्यम से मांगो को लेकर बातचीत भी की। सांसद उसेंडी ने आश्वासन दिया कि मामले में मुख्यमंत्री से कार्यक्रम के दौरान चर्चा करेंगे। लेकिन कार्यक्रम में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री स्थानीय सर्किट हाउस में लोगों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान सर्किट हाउस के पास हड़ताल कर रहे लिपिक नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 600 से अधिक लिपिकों को गिरफ्तार कर भानुप्रतापपुर थाने में बंद कर दिया। बाद में लिपिक नेताओं को जेल भेज दिया गया। 

लिपिक कर्मचारी नेता रोहित तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लिपिकों की जायज मांगो पर गौर न कर उल्टा गिरफ्तार कर थाने में बंद करवा दिया। जबकि लिपिक शांति पूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे। बावजूद इसके शासन के आदेश पर दमनात्मक कार्यवाही की गयी। प्रदेश के लिपिक दमनकारी नीति से आक्रोशित है। 

बहरहाल लिपिकों ने फैसला किया है कि अनिश्चित कालीन आंदोलन को और तेज किया जाएगा। मांग जब तक पूरी नहीं होती है आंदोलन को वापस नहीं लिया जाएगा।

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