... ब्रेकिंग पत्रवार्ता : जशपुर के खड़कोना में आयोजित होने वाली कथित ‘तीर्थयात्रा’ पर रोक की मांग,कृपा शंकर भगत ने प्रशासन को सौंपा आवेदन,कई गंभीर आरोप।

पत्रवार्ता में अपनी ख़बरों के लिए 7000026456 पर व्हाट्सप करें

ब्रेकिंग पत्रवार्ता : जशपुर के खड़कोना में आयोजित होने वाली कथित ‘तीर्थयात्रा’ पर रोक की मांग,कृपा शंकर भगत ने प्रशासन को सौंपा आवेदन,कई गंभीर आरोप।

 


जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 18 नवंबर 2025

जिले के वरिष्ठ जनजातीय नेता एवं उरांव समाज के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष कृपा शंकर भगत ने जशपुरनगर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन सौंपकर 21 नवंबर 2025 को खड़कोना ग्राम में आयोजित होने वाले ‘तीर्थयात्रा’ नामक कार्यक्रम पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

कृपा शंकर भगत ने आवेदन में उल्लेख किया है कि जशपुर जिला पंचम अनुसूची क्षेत्र होने के कारण यहां विशेष प्रशासनिक प्रावधान लागू हैं। इसके बावजूद जिले में कुछ फर्जी क्रिस्तानी समूह पादरियों के माध्यम से आदिवासी, जनजाति और हिन्दू समाज के भोले-भाले लोगों को बरगलाकर धर्मांतरण कराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से खड़कोना में ‘तीर्थयात्रा’ के नाम पर कार्यक्रम रखा गया है, जिसके प्रचार सामग्रियों में भी बत्तीसमा कराकर धर्मांतरण कराने का उल्लेख है।

श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के अनुसार किसी भी प्रकार के धर्म-संबंधी आयोजन के लिए कलेक्टर की अनुमति अनिवार्य है, जबकि संबंधित आयोजन समिति ने कोई अनुमति नहीं ली है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘तीर्थयात्रा’’ जैसा शब्द हिन्दू और जनजातीय संस्कृति की मानक रूढ़ियों से जुड़ा है। विदेशी धर्म से जुड़े समूहों द्वारा इस शब्द का उपयोग करना जनजाति समाज की भावनाओं को आहत करता है और सांस्कृतिक भ्रम फैलाने की कोशिश है।

उन्होंने प्रशासन से मांग की कि शांति व्यवस्था बनाए रखने और जनजातीय सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए इस कथित कार्यक्रम को तत्काल निरस्त किया जाए।

कृपा शंकर भगत ने इस ज्ञापन की प्रतिलिपि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय जनजातीय आयोग को भी भेजी है।

Post a Comment

0 Comments

Random Posts

पत्रवार्ता में अपनी ख़बरों के लिए 7000026456 पर व्हाट्सप करें

यह भी पढ़ें

खबर पत्रवार्ता : जिस पंचायत में दी सेवा, उसी पंचायत की निस्तारी जमीन पर किया कब्जा! ग्रामीणों में आक्रोश, सचिव दंपति ने उठाया प्रशासनिक शून्यता का फायदा।

जशपुर : ये है जल जीवन मिशन की हकीकत!देखिए ग्राउंड रिपोर्ट