जशपुर,टीम पत्रवार्ता,01 अप्रैल 2020
लॉकडाऊन के दौरान सारे नियम कायदों को दरकिनार करते हुए जिले के नीमगांव जलाशय में पक्षियों का शिकार किये जाने का मामला सामने आया है। उल्लेखनीय है कि इस मौसम में बड़ी तादाद में अप्रवासी साइबेरियन पक्षी नीमगांव जलाशय में आते हैं। बताया जा रहा है कि इस समय बड़ी संख्या में यह पक्षी वहां मौजूद हैं।आरोपी पक्षियों का शिकार कर पकाकर खा रहे थे।पार्टी मनाते हुए इन शिकारियों की घेराबंदी कर वन विभाग ने इन्हें धर दबोचा।हाईटेक एयर गन समेत 5 आरोपी हिरासत में लिए गए हैं।
एक ओर जहां कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को पराजित करने के लिए पूरे देश में लॉकडाऊन का पालन किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जशपुर में शिकारी इन नियमों की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं।डीएफओ एसके जाधव ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि नीम गांव डेम में कुछ लोग पक्षियों का शिकार कर,पका कर खा रहे हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने एक निजी वाहन की मदद से नीमगांव डेम की घेरा बन्दी की।पिकनिक मनाने में मस्त इन शिकारी युवकों को इसकी भनक भी नहीं लग पाई और वे वन विभाग के जल में फंस गए।
जशपुर के डीएफओ एसके जाधव ने पत्रवार्ता को बताया कि नीमगांव जलाशय प्रतिबंधित क्षेत्र है।जहां अप्रवासी पक्षियों का आना होता रहता है।यहां शिकार पूर्णतः प्रतिबंधित है।शिकार की मंशा से यहां आना ही अपराध की श्रेणी में आता है।इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।किन पक्षियों का शिकार किया गया है यह पीएम के बाद ही पता चलेगा।फिलहाल शिकार करने वाले पांच लोगों को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
आरोपियों के पास से एक हाई टेक एयर गन जब्त किया है। पकड़े गए आरोपियों में मोजज्मिल अंसारी पिता नूर मोहम्मद,मुनाजिर अंसारी पिता नूर मोहम्मद अंसारी, शाहजहां आलम पिता फिरोज, मसरूर आलम पिता यूनुस आलम शामिल है वहीं एक नाबालिग शामिल बताया जा रहा है। ये सभी कोतवाली थाना क्षेत्र के तेली टोली के निवासी बताए जा रहे हैं।फिलहाल वन अमला कार्यवाही में जुट गया है।
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