जशपुर,टीम पत्रवार्ता,17 अक्टूबर
#नवरतन बंग
जिले के स्कूल में बच्चों को प्यार का पाठ पढ़ाने की घटना तो सामने आ ही चुकी है। इस बार 44 वर्षीय शिक्षक के 22 वर्षीय युवती से मोहब्बत का मसला चर्चे में हैं।मामला जब सामने आया तो मोहब्बत का परवान कुछ इस तरह दिखा कि बाकायदा शपथ पत्र देकर शिक्षक ने दूसरी पत्नी के रुप में उसे स्वीकार कर लिया।हांलाकि कानून इसकी इजाजत नहीं देता।अब शिक्षक करे तो क्या करे "इश्क का जुनून" जो सर चढ़कर बोल रहा है।
ताजा मामला जिले के कुनकुरी थाना ईलाके का है जहां एक हाई स्कूल में पदस्थ 44 वर्षीय शिक्षाकर्मी को चार माह पहले अपने से आधे उम्र की लड़की से प्यार हो गया। कहते हैं इश्क और मुश्क छिपाए नहीं छिपता है। यही हाल शिक्षक के साथ हुआ और पिछले 13, 14 अक्टूबर को परवान चढ़ रहा इश्क सरेआम हो गया।
गांव में बवाल मच गया,लेकिन जुनून ए इश्क के सामने किसी की जोर नहीं चली।परिजनों ने नाराजगी दिखाई और सुत्र बताते हैं कि गुरूजी की जमकर खातिरदारी भी की गई।दबाव इस कदर बना कि अगले दिन कुनकुरी जाकर शिक्षक ने बकायदा नोटरी करवाकर शपथपत्र दे दिया।
जिसमें यह कहा गया है कि वह लड़की को दूसरी पत्नी के रूप में हक देगा। सुत्र यह भी बता रहे हैं कि जब मामला उजागर हुआ तो गांव में करमा का त्यौहार चल रहा था, जिसकी आड़ में ये प्रेमी जोड़े का मिलन हो रहा था। इसी दौरान लोगों को जानकारी मिली जिससे ग्रामीण भड़क गए और गांव में तनाव का माहौल निर्मित हो गया।जिसके बाद पंचायती भी खूब हुई है।
कुछ ग्रामीणों के मुताबिक लड़की की जिंदगी का सवाल था, इसलिए थाने में एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया। लेकिन सहज ही समझा जा सकता है कि पहली पत्नी के रहते दूसरी पत्नी के रूप में खुद से आधी उम्र की लड़की का भविष्य उक्त शिक्षक के साथ क्या होगा ?
शपथपत्र पर उठ रहे सवाल
शपथ पत्र को भी अवैधानिक बताया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक इस प्रकार से शपथ पत्र का निष्पादन किया ही नहीं जा सकता है और शपथ पत्र देकर दूसरी पत्नी के रूप में दर्जा देने का प्रावधान ही नहीं है। शिक्षक को शिक्षित समाज का हिस्सा माना जाता है,जिसे कम से कम इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि पहली पत्नी के रहते किसी को दूसरी पत्नी का दर्जा वैधानिक नहीं है और इसके लिए सजा का भी प्रावधान है।
देखिए क्या है शपथ पत्र में
शपथ पत्र में शिक्षाकर्मी ने लिखा है कि शिक्षाकर्मी का उक्त लड़की के साथ लगभग चार माह से प्रेम संबंध था और पति,पत्नी के रूप में रह रहे थे। यह कि शपथकर्ता शादी शुदा है एंव शिक्षाकर्मी के पद पर जशपुर जिले के उक्त गांव में पदस्थ है। यह कि शपथकर्ता याने शिक्षाकर्मी उक्त लड़की को दूसरी पत्नी के रूप में सलूक करेगा और शिक्षाकर्मी के चल एंव अचल संपत्ति पर उसका अधिकार होगा।वहीं होने वाले संतान को भी शपथकर्ता के द्वारा उत्तराधिकारी के रूप में हक दिया गया है।
बहरहाल उक्त गुरूजी की यह प्रेम कहानी खूब चर्चा में है और शपथ पत्र भी खूब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। हमने मामले में कुछ गोपनीयता बरती है, लेकिन इस मामले के पूरे साक्ष्य पत्रवार्ता के पास सुरक्षित हैं।
ग्राउंड जीरो से साभार
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