पत्थलगांव (प्रदीप@पत्रवार्ता) चौंकिए नहीं ! मामला है जशपुर के बहुचर्चित नगर पंचायत पत्थलगांव का जहां आए दिन भ्रष्टाचार के नए नए मामले मीडिया की सुर्खियां बनती हैं।
इस बार नगर पंचायत ने सारे नियम कायदों को दरकिनार कर अनियमितता की सारी हदों को पार कर दिया है।दरअसल पत्थलगांव बस स्टैंड के पास नजूल भूमि को गुपचुप तरीके से बिना नीलामी प्रक्रिया किराये पर दे दिया गया वो भी पूरे एक करोड़ में..? आप भी सोचकर घबरा गए होंगे पर ये बात खुद नगर पंचायत के अधिकारी कह रहे हैं।और यह भी बोल रहे हैं कि हमको एक करोड़ दिया है जाओ शिकायत कर दो।
अब आप ही बताएं जहां एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है वहीं सरकार के नाक के नीचे पत्थलगांव नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का खुला खेल खेला जा रहा है।
वीडियो में जो अधिकारी करोड़ों की बात कह रहे हैं वे कोई और नहीं नगर पंचायत पत्थलगांव के सीएमओ जयमंगल परिहार हैं जो गुस्से से तिलमिलाए है नजर आ रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक शासन की भूमि को गुपचुप तरीके से पीआईसी की बैठक में प्रस्ताव रखकर एक व्यक्ति को किरायानामा पर देने का निर्णय लिया गया है जो निर्णय बेहद ही गलत एवं विधिविरुद्ध है।
ज्ञात हो कि इस तरह से किसी भी नजूल भूमि को बगैर शासन की अनुमति के किसी को नही दिया जा सकता साथ ही नगर पंचायत को ऐसा अधिकार ही नहीं है वहीं पीआईसी की पूरी प्रक्रिया में बिना इश्तहार निकाले सिर्फ एक आवेदन लेकर मामले को गैरजिम्मेदाराना तरीके से अंजाम दिया गया है।
इसके लिए शिकायतकर्ताओं ने सूचना के अधिकार के तहत नगर पंचायत में आवेदन भी दिया है लेकिन नगर पंचायत ने जानकारी नहीं दी है ।
गौरतलब है कि उक्त शासकीय भूमि एक आम रास्ता था जो वर्तमान में गंदगी होने के कारण अनुपयोगी है।पहले यहां वाटर एटीएम व यूरिनल बनाने की बात भी कही गई थी।बताया जा रहा है कि नगर पंचायत के कुछ पार्षदों ने इसमें खेल किया है ।
इस पूरे मामले की शिकायत करने जब नागरिक सीएमओ जयमंगल परिहार के पास पहुंचे तो वह गुस्से से तिलमिला उठे।
उन्होंने क्या कहा आप भी देखें
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