... खबर पत्रवार्ता : शिक्षा में अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाने मुख्यमंत्री की पहल — सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से होगा पालक-शिक्षक संवाद अभियान।

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खबर पत्रवार्ता : शिक्षा में अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाने मुख्यमंत्री की पहल — सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से होगा पालक-शिक्षक संवाद अभियान।

 

रायपुर, टीम पत्रवार्ता, 15 जुलाई 2025

छत्तीसगढ़ में अब बच्चों की पढ़ाई में परिवार और स्कूल मिलकर साथ निभाएंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में वर्ष में तीन बार पालक-शिक्षक संवाद अभियान चलाया जाएगा। यह निर्णय बच्चों के शैक्षणिक और समग्र विकास को गति देने के उद्देश्य से लिया गया है।

तीन चरणों में होंगी बैठकें —

🔹 पहली बैठक — अगस्त के प्रथम सप्ताह में

🔹 दूसरी बैठक — तिमाही परीक्षा के बाद 10 दिनों के भीतर

🔹 तीसरी बैठक — अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद 10 दिनों के भीतर

स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने इस संबंध में सभी कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर कार्ययोजना तैयार करने को कहा है।

 इन बातों पर फोकस

✅ बच्चों की पढ़ाई, दिनचर्या और परीक्षा तनाव से निपटने पर संवाद

✅ 'बस्ता रहित शनिवार' जैसे नवाचारों पर चर्चा

✅ आत्मविश्वास बढ़ाने के उपाय, स्वास्थ्य परीक्षण में भागीदारी और प्रमाण पत्र शिविरों की जानकारी

✅ ‘न्योता भोजन’ जैसी सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहन

✅ डिजिटल संसाधनों जैसे दीक्षा ऐप, ई-जादुई पिटारा, डिजिटल लाइब्रेरी का परिचय

सीएम का संदेश —

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा — “शिक्षा तभी सार्थक होगी जब परिवार और स्कूल मिलकर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में काम करें। यह संवाद अभियान इस दिशा में अहम कदम है।”

स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देशित किया है कि अगस्त की पहली पालक-शिक्षक बैठक को भव्य, संवाद-प्रधान और सुनियोजित रूप से आयोजित किया जाए। तिमाही और अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद की बैठकें भी इसी तरह बच्चों के सर्वांगीण विकास को केंद्र में रखकर संपन्न की जाएंगी।


।। टीम पत्रवार्ता ।।

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