... पहल: जब ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा जल संवर्धन हम करेंगे,और बदल गई गांव की तस्वीर।जिला प्रशासन का जलसंवर्धन जागरूकता अभियान।

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पहल: जब ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा जल संवर्धन हम करेंगे,और बदल गई गांव की तस्वीर।जिला प्रशासन का जलसंवर्धन जागरूकता अभियान।



जशपुर(पत्रवार्ता) जिले में जल संकट को देखते हुए भूजल स्तर को बढ़ाए रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरुक करने की पहल की जा रही है।जिसमें जल संरक्षण एवं जल संवर्धन पर चर्चा व आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं।

जशपुर कलेक्टर नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के दिशा निर्देश एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी  जिला पंचायत जशपुर राजेंद्र कटारा के मार्गदर्शन से जशपुर जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में 22 जून को विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया।

विशेष ग्राम सभा के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र का वाचन किया गया। जिस पत्र के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री ने देश के समस्त सरपंचों को शुभकामनाएं दी एवं वर्षा जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आग्रह किया।

पत्र का वाचन ग्राम सभा के दौरान मनोनीत ग्राम सभापति के द्वारा किया गया जिसे ग्रामीणों ने बहुत ही गंभीरता से सुना,समझा और अमल भी किया।कलेक्टर के नेतृत्व में पूर्व से ही जल संवर्धन का कार्य किया जा रहा था साथ ही इन  विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से इस कार्य को और भी विशेष गति प्रदान की गई है।

जिले की 427 ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया आयोजन का मुख्य उद्देश वर्षा जल संरक्षण संवर्धन है जिससे खेत का पानी खेत में गांव का पानी गांव में रहे। जल ही जीवन है जल की नितांत आवश्यकता है जिसके लिए वर्षा जल को अधिक से अधिक मात्रा में रोककर भूजल स्तर को बढ़ाना है।

क्योंकि दिन प्रतिदिन भूजल स्तर नीचे गिरता जा रहा है साथ ही पानी के अभाव में खेती पर भी बहुत बुरा असर पढ़ रहा है। खेतों में उपजाऊ क्षमता कम हो रही है। साथ ही भूजल स्तर गिरने के कारण गर्मी के दिनों में पानी की बहुत किल्लत होती है । 


इस सार्थक पहल का मुख्य उद्देश जशपुर जिले को पानी की किल्लत से दूर करना है इसके साथ ही जल संरक्षण संवर्धन के लिए ग्राम सभाओं के बाद उपस्थित ग्रामीणों द्वारा जल स्रोतों तालाबों नहरों नालियों बांधों एवं खाली जमीन पर गड्ढे खोदकर जल संरक्षण का कार्य श्रमदान के माध्यम से किया गया।

साथ में छोटे छोटे नालों में बोल्डर बांध भी बनाए गए जिसके चलते भूजल वृद्धि होती है। जल संवर्धन संरक्षण के कार्य को ग्रामीणों ने बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ श्रमदान कर सम्पन्न किया।ग्राम पंचायत जुरगुम सारुडीह में सैकड़ों ग्रामीणों ने मिलकर गांव के निस्तारित तालाब एवं खेत खलिहान में मेड बंधान का कार्य किया।

ग्राम पंचायत जुरगुम में खेत का पानी खेत में गांव का पानी गांव में,जल संवर्धन हम करेंगे का नारा लगाते हुए रैली का भी आयोजन किया गया। 

 कचरा प्रबंधन एवं जुर्माना पर चर्चा

ग्राम पंचायत को  स्वच्छ सुंदर  एवं स्वस्थ बनाने के लिए कचरा व प्लास्टिक प्रबंधन पर भी चर्चा की गई। जिसका मुख्य उद्देश्य  ग्राम पंचायत स्तर पर  प्लास्टिक के उपयोग को कम करना है। आज वर्तमान समय में प्लास्टिक बहुत ही बड़ी समस्या बन चुकी है ।जिसके कारण  मानव जनजीवन पर इसका भयंकर दुष्प्रभाव पड़ रहा है वहीं अनेक मूक पशुओं को  भी अपनी जान गंवानी पड़ रही है। 

ग्राम पंचायत में  प्लास्टिक प्रबंधन  एवं कचरा प्रबंधन हेतु  भी जागरूकता लाने की आवश्यकता है  इसके लिए  प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने दैनिक कार्यों में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें।ग्राम पंचायत  के चौक चौराहों पर  कचरा प्रबंधन  एवं इसके दुष्परिणाम से संबंधित वॉल पेंटिंग  एवं नारा लेखन के माध्यम से भी जागरूक करने का प्रयास किया जा राह है।

उक्त निर्देशों के बाद भी यदि प्लास्टिक का उपयोग  किया जा रहा है तो ग्राम सभा में पुनः जुर्माना का भी प्रस्ताव किया जाएगा। कार्यक्रम में जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मरकाम उपस्थित रहे।स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक मदन प्रेमी एवं जिला सलाहकार राजेश जैन,संकुल समन्वयक  आदिल रशीद,आलोक टोप्पो उपस्थित रहे।

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