... ब्रेकिंग : अनुपस्थित प्राचार्यों पर गिरेगी गाज,शोकाज नोटिस जारी.प्राचार्यों का विद्यालय प्रबंधकीय दायित्व सबसे महत्वपूर्ण-कलेक्टर,

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ब्रेकिंग : अनुपस्थित प्राचार्यों पर गिरेगी गाज,शोकाज नोटिस जारी.प्राचार्यों का विद्यालय प्रबंधकीय दायित्व सबसे महत्वपूर्ण-कलेक्टर,


  • जिले के 50 स्कूलों के लिए बनेगी विशेष कार्ययोजना
  • शैक्षणिक गुणवत्ता उन्नयन हेतु आयोजित हुए एक दिवसीय कार्यशाला 

जशपुरनगर (पत्रवार्ता) प्राचार्यों एवं शिक्षकों द्वारा निरन्तर विद्यार्थियों को शिक्षा हेतु अभिप्रेरित किया जावे तो बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। उक्त विचार जिला कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर द्वारा यशस्वी जशपुर द्वारा जिले के शासकीय हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों की शैक्षणिक गुणवत्ता उन्नयन हेतु आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में प्राचार्यों को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किये । 

उन्होंने कहा कि प्राचार्यों का विद्यालय प्रबंधकीय दायित्व सबसे महत्वपूर्ण है । उन्हें विद्यालयीन स्थिति को समझकर निर्णय लेते हुए बेहतर प्रबंधन करना होगा । चाहे स्थितियॉं सामाजिक हो,विद्यालयीन हो, प्रबंधकीय हो या अन्य किसी भी प्रकार की स्थितियॉं हो सभी स्थितियों में समन्वय स्थापित कर बेहतर परिणाम की ओर अग्रसर होने का लक्ष्य होना चाहिए। 

कलेक्टर ने आगे कहा कि विद्यालयीन प्रबंधन और शैक्षिक गुणवत्ता विकास के लिए प्राचार्यों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपको पूरी लगनता एवं निष्ठा से मेहनत करना है । छात्रों और शिक्षकों का निरंतर मार्गदर्शन करना है और एक अनुकूल वातावरण का निर्माण करना है । इससे निश्चित ही शैक्षणिक परिदृश्य में बदलाव आयेगा । 


कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि हमें बच्चों की  सभी समस्याओं से अवगत होकर उसमें सुधार लाने का सार्थक समेकित प्रयास करना है । कम उपस्थिति वाले छात्रों पर विशेष ध्यान देना है । उनके अभिभावकों से सम्पर्क कर  निरन्तर उनकी उपस्थिति एवं शैक्षिक स्थिति के बारे में अवगत कराकर उन्हें उनके बच्चों के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए जागरूक कर प्रेरित करने की भी आवशयकता है । 



कलेक्टर ने शैक्षणिक वर्ष 2018-19 में  जिले की 50 कमजोर परीक्षा परिणाम वाली शालाओं के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने एवं वहां अध्ययन अध्यापन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि उक्त 50 शालाओं में से जिन शालाओं का परीक्षा परिणाम शैक्षणिक सत्र 2019-20 में शत् प्रतिशत रहेगा, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। कलेक्टर ने दो वर्षों के परिणाम की समीक्षा कर तुलनात्मक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 



कलेक्टर कहा कि ’’यशस्वी जशपुर’’ कार्यक्रम का मूल उद्देश्य जिले के बच्चों की शैक्षणिक प्रतिभा का विकास करना है । कोई भी विद्यार्थी शिक्षा के मूल उद्देश्य से न भटके, यह हम सबका दायित्व है। उन्होंने कहा कि जशपुर के बच्चे प्रतिभावान है, बस उन्हें आपके द्वारा प्रेरणा एवं मार्गदर्षन देकर सही दिशा देना है ।
 
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शालाओं में अध्ययन अध्यापन का बेहतर वातावरण निर्मित करें। संकल्प प्राचार्य विनोद गुप्ता ने कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी दी और बताया कि इस  वर्ष का परीक्षा परिणाम गत वर्ष से बेहतर है । जिले ने राज्य स्तर पर लगातार दूसरे वर्ष प्रथम स्थान  प्राप्त किया है । 

दसवीं बोर्ड परीक्षा में 37 प्रतिशत् बच्चे तथा 12 वीं बोर्ड में 28 प्रतिशत बच्चों ने प्रथम श्रेणी में स्थान प्राप्त किया । जिले के तीन बच्चों ने मेरिट सूची में स्थान बनाया है । जिले के 20 स्कूल का परीक्षा 100 प्रतिशत रहा है। 

जानकारी दी गई कि 20 जून से 16 जुलाई तक विभिन्न विषयों के शिक्षकों की उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित है, जिसका उद्देष्य शिक्षकों की क्षमता विकास, छात्र-शिक्षक समन्वय, शैक्षिक वातावरण में शिक्षकों की भूमिका, विषय प्रबंधन आदि विषय पर सभी शिक्षकों को दक्ष करने की योजना है। 

कार्यशाला में यशस्वी जशपुर के में  संजीव शर्मा, सरीन राज, नदीम अहमद, राजेन्द्र प्रेमी भी उपस्थित थे। बगीचा विकास खण्ड के स्कूल छिछली, कलिया, कामारिमा के प्राचार्यों को कार्यशाला में अनुपस्थिति के कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है । 

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