By प्रदीप ठाकुर
पत्थलगाँव(पत्रवार्ता.कॉम) आज आपको ऐसी शख्शियत से रुबरु कराने जा रहे हैं जिसे जानकार आप भी अपने जशपुर पर गौरवान्वित होंगे और कहेंगे ये है मेरा जशपुर....जी हाँ
पत्थलगाँव के पाकरगाँव मुड़ापारा में खेल प्रतियोगिता एवं कर्मा महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है।खबर भी यही थी कि पर इस आयोजन में जो हुआ वह उससे बड़ी खबर बन गई ..दरअसल इस कार्यक्रम के शुभारम्भ के लिए जिस शख्शियत को आमंत्रित किया गया था वे पूर्व भारतीय नेशनल खिलाड़ी निकले
जी हाँ इस कार्यक्रम की शुरुआत हॉकी के नेशनल खिलाडी विनय कुजूर ने किया। जिसमे जनपद पंचायत पत्थलगाँव की जनपद सदस्य धनमती प्रधान भी उपस्थित थीं।आसपास के ग्राम पंचायत से आये ग्रामीणों ने भी मैच का आनंद लिया,घरजिया बथान और आईटीआई पत्थलगाँव के बीच रोमांचक मैच बना रहा जिसमें प्रथम बाजी घरजिया बथान ने मारी,वहीं दुसरे स्थान पर आईटीआई की टीम को स्थान मिला ।
अब जानिए कौन हैं विजय कुजूर
हॉकी के पूर्व नेशनल खिलाड़ी विजय कुजूर का जन्म पत्थलगांव विकासखण्ड के गांव कर्राजोर मुड़ाबहला में 1965 में हुआ,जिनकी प्राथमिक शिक्षा मिशन स्कूल लुड़ेग मे हुई और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा लोयोला उच्चतर माध्यमिक स्कूल कुनकुरी में।
उन्होंने कालेज की पढ़ाई विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर से 1985 में किया। 1986 में सेना में भर्ती हुए पहली पोस्टिंग जालंधर पंजाब में मिली। सेना की हॉकी टीम से खेलते हुए भारतीय हॉकी टीम में चयन 1988 में हुआ और 1992 तक भारतीय हॉकी टीम में देश का प्रतिनिधित्व किया। इस प्रकार 1989 में चौथे इंदिरा गांधी गोल्ड कप में खेलते हुए कोरिया को पराजित किया।
1990 में वल्र्ड कप कैम्प हेतु चयनित हुए। इससे पूर्व 1988 में अटलांटा ओलम्पिक हेतु चयनित हुए थे परंतु पारिवारिक कारणों की वजह से ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले सके। 1992 में एशियाड खेल हेतु चयनित हुए और कई मैच जीत कर देश के नाम मेडल प्राप्त किया।फिलहाल विजय कुजूर सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त होकर जशपुर में हॉकी प्रशिक्षण दे रहे हैं।
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