जशपुर,टीम पत्रवार्ता,30 जुलाई 2025
स्टेट हाईवे में पहाड़ी कोरवा युवती का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।बताया जा रहा है कि बतौली से बगीचा के बीच स्टेट हाईवे में बगडोल पुलिया के नीचे संदिग्ध परिस्थितियों में युवती का शव बहते नाले में पड़ा हुआ था।ग्रामीणों को जब दुर्गंध आने लगी तो पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद बगीचा पुलिस ने मामले की जांच शुरु की।
बगीचा थाना क्षेत्र के बगडोल पुलिया के नीचे एक पहाड़ी कोरवा युवती राधिका उर्फ वीरेश्वरी बाई का सड़ा-गला शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतिका 24 जुलाई से लापता थी और उसका शव 30 जुलाई को पुलिया के नीचे बहते पानी में मिला। युवती गायबुड़ा की बताई जा रही है जो नगर पंचायत बगीचा के वार्ड क्रमांक 1 स्थित अटल आवास में अपनी अन्य दो सहेलियों के साथ रहती थी और घरेलू कार्य कर जीवन यापन करती थी।
युवती आखिरी बार स्कूटी में देखी गई थी
मृतिका की एक सहेली ने बताया कि 24 जुलाई की रात करीब 11 बजे छोटू जायसवाल नामक युवक उसे स्कूटी में लेकर गया था, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उसी रात एक स्कूटी हादसा हुआ था,जिसमें छोटू की स्कूटी नाले में गिर गई थी। बताया जा रहा है कि भोर में स्कूटी को चुपके से निकाल लिया गया और युवती को उसी हालत में छोड़ दिया गया।वहीं खबर है कि स्थानीय अस्पताल में परिजनों ने छोटू का इलाज भी कराया इस दौरान युवती की कोई खोज नहीं की गई।
घटना स्थल पर बगीचा बीएमओ डॉ सुनील लकड़ा फोरेंसिक टीम के साथ मौजूद रहे।घटना स्थल की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।एक हफ्ते तक शव पड़ा रहने के कारण बदबू आने लगी थी जिसके कारण जांच टीम को नाले के नीचे से शव को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।नगर पंचायत के कर्मचारियों व पुलिस के जवानों ने पुलिया के नीचे बहते नाले से शव को निकाला।
सवालों के घेरे में है छोटू की भूमिका
हादसे की जांच में बगीचा पुलिस जुटी हुई है।मौके पर पहुंचकर एसडीओपी दिलीप कोसले, टीआई संतलाल आयाम,महिला एएसआई बैजन्ती किंडो समेत फोरेंसिक टीम ने तत्काल जांच शुरु कर दी है।मृतिका के परिजनों को बुलाकर शव को पहचान कराई गई।लगातार पानी में रहने के कारण शव की दुर्दशा हो गई थी।बगीचा पुलिस के सामने कई अहम सवाल हैं जिसपर पुलिस जांच कर रही है।
यदि यह सड़क दुर्घटना थी, तो घटना की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई?
यदि हत्या हुई है, तो शव को एक सप्ताह तक छिपाने का उद्देश्य क्या था?
अगर युवती गंभीर रूप से घायल थी, तो उसे इलाज क्यों नहीं दिलाया गया?
पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना पर पहुंची बगीचा पुलिस और फोरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने मीडिया को बताया कि
“मामले की फोरेंसिक एक्सपर्ट और बगीचा पुलिस द्वारा हर पहलु की गंभीरता से जांच की जा रही है। फिलहाल मर्ग कायम किया गया है और संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। बयान और सबूतों के आधार पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाएगा।”
कोरवा समाज में आक्रोश
घटना को लेकर कोरवा समाज में गहरा आक्रोश है। समाज के लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही जनजातीय और महिला संगठनों ने भी अनुसूचित जनजाति आयोग व महिला आयोग से संज्ञान लेने की अपील की है।
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