जशपुर, टीम पत्रवार्ता, 19 जुलाई 2025।
जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड अंतर्गत दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में सर्पदंश की बढ़ती घटनाओं ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बसाहटों में पहुंचकर स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया और ग्रामीणों के साथ मिलकर श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश दिया।
ग्राम आसनपानी मरंगी और आसपास के कोरवा बहुल ग्रामों में चलाए गए इस अभियान के तहत ग्रामीणों को सर्पदंश से बचाव के उपाय बताए गए। स्वास्थ्य विभाग ने गांववासियों से अपील की कि—
घर, आंगन और बाड़ी की नियमित साफ-सफाई करें।
जमीन पर न सोकर पलंग का उपयोग करें।
सर्पदंश होने पर झाड़-फूंक में समय न गंवाएं और तुरंत अस्पताल पहुंचे।
पूर्ण विश्वास के साथ चिकित्सकीय इलाज लें।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्वयं ग्रामीणों के साथ श्रमदान करते हुए साफ-सफाई की और अपने अनुभव साझा किए। ग्रामीणों को यह समझाया गया कि साफ वातावरण और सतर्कता से सर्पदंश जैसी घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
स्वच्छता और जागरूकता से घटेगा जोखिम
टीम ने बताया कि सर्पदंश के मामलों में देरी जानलेवा हो सकती है, इसलिए किसी भी सर्पदंश की स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल अस्पताल पहुंचना ही सबसे सुरक्षित उपाय है। स्वच्छ वातावरण से सांपों का आवासीय क्षेत्र सीमित होगा और खतरा भी कम होगा।
अभियान को बनाया जाएगा सतत प्रयास
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि सफाई और जागरूकता अभियान को प्राथमिकता के साथ ग्राम पंचायतों में आगे भी सतत रूप से जारी रखा जाएगा। इससे जहां एक ओर सर्पदंश की घटनाओं में कमी आएगी, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति चेतना भी विकसित होगी।
यह पहल न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि जन-जागरूकता और सामुदायिक सहभागिता का भी उत्कृष्ट उदाहरण है।
।। टीम पत्रवार्ता।।
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