जशपुर/सन्ना,14 जुलाई 2025,टीम पत्रवार्ता
जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सन्ना में सचिव राजेन्द्र यादव के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है। पंचायत के सरपंच अरविंद कुजूर सहित पंचों ने थाना सन्ना में लिखित आवेदन सौंपकर सचिव के अभद्र व्यवहार,जातिगत टिप्पणी और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
थाना प्रभारी सन्ना को सौंपे गए आवेदन में उल्लेख है कि सचिव राजेन्द्र यादव पंचायत बैठकों में लिए गए निर्णयों के विपरीत रजिस्टर में मनमाने तरीके से प्रविष्टियां दर्ज करते हैं। जब पंचों और सरपंच द्वारा इस विषय में जानकारी मांगी जाती है, तो वह पद का दुरुपयोग करते हुए अभद्र भाषा में जवाब देते हैं और जान बूझकर रजिस्टर की जानकारी देने से बचते हैं।
बीते 2 जुलाई को आयोजित मासिक बैठक में जब पंचों और सरपंच ने इसका विरोध किया,
तो सचिव राजेंद्र यादव ने जातिगत टिप्पणी करते हुए कहा— "उरांव हो, ज्यादा सरपंच मत दिखाओ, आने वाले समय में सब पता चल जाएगा।" सचिव ने यह भी कहा कि "जो करना है कर लो, मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे।" उनके इस व्यवहार से पंचायत प्रतिनिधि मानसिक रूप से आहत हैं।
वित्तीय अनियमितता का भी आरोप
सचिव पर वित्तीय गड़बड़ी का आरोप भी लगा है। जनपद पंचायत बगीचा द्वारा जारी एक पत्र के अनुसार, प्रियांशु केशरी ने ग्राम पंचायत में मेला नीलामी के लिए 51,601 रुपये की राशि 6 दिसंबर 2024 को जमा की थी। मेला स्थल बदलने के कारण नीलामी निरस्त कर दी गई, लेकिन अब तक उसकी राशि सचिव द्वारा वापस नहीं की गई। जनपद सीईओ ने सचिव और सरपंच को निर्देशित किया है कि उक्त राशि मूलतः वापस कर इसकी रसीद कार्यालय में जमा की जाए।
उक्त राशि की सचिव से जब मांग की गई तो ग्राम पंचायत में विवाद शुरु हो गया मामला थाने तक पहुंच गया।सचिव का साथ देते हुए पूरा संगठन थाने पहुंच गया वहीं जनप्रतिनिधि भी सचिव राजेंद्र यादव के विरुद्ध शिकायत आवेदन देकर कार्यवाही की मांग करने लगे।इधर सचिव ने भी सरपंच व पंच के विरुद्ध आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की है।
कार्रवाई की मांग
सन्ना सरपंच अरविंद कुजूर ने थाना प्रभारी को दिए आवेदन में लिखा है कि सचिव पंचायत में नियमों की अनदेखी कर, चेक पंजी व प्रस्तावों को छुपाते हुए मनमानी कर रहे हैं। सचिव द्वारा की जा रही जातिगत गालियों, धमकियों और साजिशन कार्यशैली को लेकर उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की बढ़ती नाराजगी को देखते हुए अब प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही की जाए, जिससे पंचायत व्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वास बना रह सके।फिलहाल मामला थाना पहुंच गया है।
इधर मामले में सचिव राजेंद्र यादव ने स्वयं जनपद सीईओ को पत्र लिखकर अपने अन्यत्र स्थानांतरण की मांग की है।
रिपोर्ट: पत्रवार्ता टीम, जशपुर
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