400 करोड़ की योजना फेल,10 वर्षों में पूरा नहीं हुआ कार्य
बिलासपुर (पत्रवार्ता डॉट कॉम) जब बात हो विकास की तो जरूरत है शिक्षा और अनुभव की।कांग्रेस के युवा नेता शैलेष पांडेय ने बताया कि यहां के नेता मंत्री समेत महापौर भी नॉन नेक्टिकल ग्रेजुएट हैं।ऐसे में किसी भी योजना को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देना संभव नहीं।
गौरतलब है कि बिलासपुर में पिछले 10 वर्षों से सीवरेज योजना के नाम पर महाघोटाले का गोरखधंधा चल रहा है जिसमें शासन द्वारा 400 करोड़ के कार्य पर 500 करोड़ स्वीकृत।किये जा चुके हैं।इसके बावजूद अब तक उक्त कार्य अधूरा है।"काँग्रेस के युवा नेता शैलेष पांडेय ने शहर के सीवरेज परियोजना को बिलासपुर के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी फेलियर योजना करार दिया है। शैलेष ने बताया कि सत्ता में बैठे लोग टेक्निकली पढ़े लिखे लोग नही हैं जिसके कारण योजना फेल हो गयी है। सरकार को इसमें अच्छे टेक्निकल ग्रेजुएट रखने चाहिए और मंत्री लोग भी थोड़े ज्यादा पढ़े लिखे होने चाहिए। जो इन तकनीकी समस्याओं को समझ पाए।"
नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने वर्ष 2008 में शहर के विकास के लिए योजना को मंजूरी दी थी लेकिन विकास के जगह शहर विनाश की तरफ अग्रसर हो गया। मंत्री जी व उनके हुक्मरान 10 वर्षों में भी योजना को पूर्ण नही करा सके। गौरतलब है कि सीवरेज योजना को आज 10 वर्ष पूरे हो गए है लेकिन योजना अब भी अधूरी है, शहर का हाल बदहाल है।
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